प्रबिसि नगर कीजे सब काजा
हृदयँ राखि कोसलपुर राजा
गरल सुधा रिपु करहिं मिताई
गोपद सिंधु अनल सितलाई
uttarkashi news भगवान आदिदेव श्री काशी विश्वनाथ आशुतोष शिवशंकर भोलेनाथ नीलकंठ महादेव जी, भगवती माँ आदिशक्ति दुर्गा भवानी जी एवं पतित पावनी माँ भागीरथी {श्रीगंगा} जी की अनन्त असीम अनुकम्पा से तथा सभी सम्मानित धर्मपरायण प्रेमी प्रबुद्धजनों के हार्दिक सहयोग और मार्गदर्शन से श्री आदर्श रामलीला समिति {रजि०}, उत्तरकाशी के द्वारा सन् 1952 से अनवरत प्रगति पथ पर निरंतर अग्रसर सृजनात्मक स्वरूप में आयोजित होने वाली सौम्यकाशी {बाड़ाहाट}, उतरकाशी की ऐतिहासिक और पौराणिक अखिल कोटी ब्रहमाण्ड नायक जगतपिता जगदीश्वर करूणानिधान सूर्यवंशी मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीरामचंद्र जी की गौरवमयी 73वीं एवं “अपणी दूध बोली भाषा” { चौथी गढ़वाली बोली~भाषा} में रामलीला की पुनरावृत्ती जो कि दिनाँक 27 सितंबर 2024 से दिनाँक 12 अक्टूबर 2024 तक ठीक समय प्रतिदिन 7:30 बजे सांय को आरती और दृश्य अवलोकन एवं दिनाँक 13 अक्टूबर 2024 श्रीराम जी की नगर परिक्रमा झांकी रामलीला मंच, रामलीला मैदान, उतरकाशी में प्रतिवर्ष शारदीय नवरात्रि के पावन अवसर पर अभूतपूर्व वार्षिक दिव्य और भव्य मंचन किया जा रहा है। uttarkashi news
अयोध्यापुरी के राजा श्री रघुनाथ जी को हृदय में रखे हुए नगर में प्रवेश करके सब काम कीजिए। उसके लिए विष अमृत हो जाता है, शत्रु मित्रता करने लगते हैं, समुद्र गाय के खुर के बराबर हो जाता है, अग्नि में शीतलता आ जाती है I
आज की रामलीला में जिन दृश्यों का मुख्य रूप से मंचन किया जा रहा है उनमें बाली~ सुग्रीव युद्ध, बाली मरण और हनुमान जी का सीता की खोज के लिए लंका प्रस्थान आदि दृश्यों की सुन्दर प्रस्तुति ने दर्शकों को भाव विभोर और मंत्रमुग्ध किया है।
आज की मुख्य अतिथि की श्रृंखला में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी दुबई में निवासित गलानी परिवार ने समिति को अपना अवस्मरणीय महत्वपूर्ण योगदान प्रदान किया।
आज के मंचन में राम का अभिनय आयुष पंवार, लक्ष्मण ~ विनोद नेगी, हनुमान ~ अनूप रतूड़ी, बाली ~ अमन, सुग्रीव ~ आदर्श राणा, अंगद ~ सुदेश व्यास और जामवंत का मनोज बिष्ट ने बहुत ही उच्च कोटी का उत्कृष्ट अभिनय कर दर्शकों का मन मोहा है।
समिति के अध्यक्ष गजेंद्र सिंह मटूड़ा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, यह हमारे लिए गर्व की बात है कि हम श्री आदर्श रामलीला समिति के माध्यम से भगवान श्रीराम की लीला का मंचन कर रहे हैं। यह आयोजन हमें हमारे सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर से जोड़ता है और हमें भगवान श्रीराम के आदर्शों और मर्यादाओं का पालन करने की प्रेरणा देता है।
प्रबंधक भूपेश कुड़ियाल ने कहा, हमारी समिति का उद्देश्य है कि हम हर वर्ष रामलीला का आयोजन और भी भव्य और दिव्य रूप में करें। इस वर्ष भी हमने दर्शकों को एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करने का प्रयास किया है और हमें खुशी है कि हमारे प्रयास सफल हो रहे हैं।
महासचिव विजय प्रकाश भट्ट ने कहा, रामलीला का आयोजन हमारे लिए एक धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव है। यह हमें एकजुट करता है और हमें हमारे धर्म और संस्कृति के प्रति गर्व का अनुभव कराता है। हम सभी सदस्यों और कलाकारों के सहयोग से इस आयोजन को सफल बनाने में सक्षम हुए हैं।
uttarkashi news निर्देशक महेंद्र सिंह पंवार ने कहा, रामलीला का मंचन हमारे लिए एक चुनौतीपूर्ण कार्य है, लेकिन यह हमारे लिए एक अद्वितीय अनुभव भी है। सभी कलाकारों ने अपने-अपने पात्रों को जीवंत करने का प्रयास किया है और हमें खुशी है कि दर्शकों ने सबके प्रयासों की सराहना की है।
इस प्रकार, समिति के पदाधिकारियों ने अपने विचार व्यक्त करते हुए रामलीला के आयोजन की सफलता पर गर्व और संतोष व्यक्त किया। उन्होंने सभी सदस्यों, कलाकारों और दर्शकों का धन्यवाद किया और भविष्य में भी इसी प्रकार के आयोजन करने का संकल्प लिया।
इस पावन शुभ अवसर की घड़ी पर समिति के संरक्षक प्रेम सिंह पंवार, रमेश चौहान, अध्यक्ष गजेंद्र सिंह मटूड़ा, प्रबंधक भूपेश कुड़ियाल, उप प्रबंधक अमरपाल रमोला, वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉक्टर तस्दीक खान, महासचिव विजय प्रकाश भट्ट, कोषाध्यक्ष अरविंद सिंह राणा, निर्देशक महेंद्र सिंह पंवार, चंद्रमोहन सिंह पंवार, मीडिया एवं जनसंपर्क प्रभाग अनिल सेमवाल, विकास भट्ट, “ज्योतिषाचार्य” माधव प्रसाद नौटियाल “शास्त्री” मंच निर्देशक, उपाध्यक्ष रूकम चंद रमोला, शान्ति प्रसाद भट्ट, कंप्यूटर ऑपरेटर सुमन राणा, आचार्य दिवस सेमवाल, संगीत निर्देशक प्रताप सिंह रावत, मंच निर्देशक केसर सिंह सजवाण, संयोजक खुशहाल सिंह चौहान, कमल सिंह रावत, विजय चौहान, अब्बल सिंह पंवार, इंद्रेश उप्पल, प्रवीण कैन्तुरा, नाल वादक प्रहलाद सिंह एवं अंशुमान नौटियाल, दिनेश नौटियाल, कर्तव्य मंच के शुभम पंवार, मेकअप मास्टर अमन शाह, अखिलेश उनियाल, सूरज भट्ट, वित्त नियंत्रक विमला जुयाल, सरिता गुसांई, किरन पंवार, उषा चौहान, सरिता नौटियाल, राजेश्वरी नौटियाल, सावित्री मखलोगा और नीलम रमोला आदि मौजूद थी।
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