
उत्तराखंड शिक्षा निदेशालय के निर्देशानुसार नशा मुक्त भारत अभियान की पाँचवीं वर्षगांठ के अवसर पर स्वामी विवेकानंद राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, लोहाघाट में जागरूकता कार्यक्रमों की श्रृंखला का सफल आयोजन किया गया। परी कार्यक्रम के तहत आयोजित इन गतिविधियों का मुख्य उद्देश्य युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करना और नशामुक्त समाज के निर्माण में उनकी भूमिका को मजबूत करना रहा। सबसे पहले महाविद्यालय में निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसका विषय था—
“नशा मुक्ति अभियान द्वारा युवाओं में जागरूकता”।
इसमें महाविद्यालय के विभिन्न संकायों के कुल 58 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। कई प्रविष्टियाँ अपनी विचारशीलता, भाषा शैली और प्रस्तुतीकरण के कारण विशेष रूप से उल्लेखनीय रहीं। इसके बाद महाविद्यालय द्वारा ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसे गूगल फॉर्म के माध्यम से संचालित किया गया। क्विज में नशा मुक्ति अभियान से संबंधित प्रमुख प्रश्न, सरकारी प्रयास और जागरूकता से जुड़े बिंदुओं को शामिल किया गया, जिनका विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक उत्तर दिया। सभी छात्र-छात्राओं को सामूहिक नशा मुक्ति शपथ दिलाई गई। इसके उपरांत विद्यार्थियों ने नशा विरोधी स्लोगनों के साथ महाविद्यालय परिसर में रैली निकालकर नशा मुक्ति का सशक्त संदेश प्रसारित किया।महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर संगीता गुप्ता ने कहा— “नशा मुक्त भारत का सपना तभी साकार हो सकता है जब हमारे युवा दृढ़संकल्प होकर नशे से दूर रहने की दिशा में अपने योगदान को समझें। महाविद्यालय विद्यार्थियों को सकारात्मक दिशा प्रदान करने के लिए निरंतर प्रतिबद्ध है।”





