
पौड़ी। जनपद पौड़ी के ग्राम गजल्ड में आतंक का पर्याय बने गुलदार को शिकारी जॉय हुकिल ने बीती बुधवार रात ढेर कर दिया। गुलदार के मारे जाने के बाद दहशत के साए में जी रहे क्षेत्रीय ग्रामीणों ने चैन की सांस ली है। वन विभाग की टीम कई दिनों से गुलदार को ट्रैक कर रही थी। वन विभाग ने गुलदार को पकड़ने और मारने के लिए सघन तलाशी अभियान चलाया था।
गढ़वाल डीएफओ अभिमन्यु ने गुरुवार पूर्वाह्न ग्यारह बजे एक पत्रकार वार्ता में बताया कि विभागीय टीम कई दिनों से ग्राम गजल्ड में इस गुलदार को ट्रैक कर रही थी। इस अभियान में गुलदार की लगातार बदलती लोकेशन और उसके आक्रामक व्यवहार के कारण कई चुनौतियां सामने आ रही थीं। शासन के आदेश पर गुलदार को मारने के लिए निजी जाने माने शिकारी जॉय हुकिल व राकेश चंद्र बड़थवाल को तैनात को तैनात किया गया था। शिकारियों की टीम गुलदार की लोकेशन सर्च कर रही थी।
बुधवार देर शाम शिकारी जॉय हुकिल ने अभियान को अंजाम देते हुए इस गुलदार को सांय लगभग सात बजकर पांच मिनट में मार गिराया। प्रभागीय वनाधिकारी के अनुसार मृतक गुलदार पांच वर्षीय मादा थी। जिसका मेडिकल टेस्ट कराने के बाद डीएनए जांच के लिए भेजा गया है।

गौरतलब है कि ग्राम गजल्ड में बीती चार दिसंबर को गुलदार ने ग्रामीण राजेंद्र प्रसाद नौटियाल को अपना शिकार बनाया था। इसके बाद क्षेत्रीय ग्रामीणों में गुलदार की दहशत बनी हुई थी। आक्रोशित ग्रामीण गुलदार को मारने की लगातार मांग कर रहे थे। इस बीच प्रमुख वन संरक्षक और प्रमुख सचिव वन ने भी अधिकारियों के संग ग्राम गजल्ड का दौरा किया था। उन्होंने वन विभाग की टीम के सहयोग और ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए यहां निजी शिकारी जॉय हुकिल और राकेश चंद्र बड़थ्वाल की तैनाती के आदेश जारी किए थे।
ग्रामीणों ने किया जॉय हुकिल का स्वागत…
उधर, गुलदार को अपने अचूक निशाने से ढेर करने वाले शिकारी जॉय हुकिल का ग्रामीणों ने फूल माला पहनाकर स्वागत किया गया। ग्रामीणों ने कहा कि उन्होंने तैनाती के 48 घंटे के अंदर ही उन्हें गुलदार की दहशत से छुटकारा दिलाया है। वहीं, ग्राम प्रधान शंकर नौटियाल द्वारा वन विभाग से ग्रामीणों की सुरक्षा हेतु क्षेत्र में लगातार गश्त करने तथा पिंजडे न हटाने की अपील की गई।





