जिलाधिकारी रीना जोशी की अध्यक्षता में सोमवार को जिला कार्यालय में देर सायं गंगा संरक्षण समिति की बैठक आयोजित हुई डीएम ने सम्बन्धित अधिकारिंयो को आवश्यक दिशा-निर्देश देते कहा किसी भी प्रकार का अपशिष्ट पदार्थ नदीयो में प्रवाहित न होने दिया जाए यदि इस प्रकार का कोई मामला संज्ञान में आता है तो संबंधित क्षेत्र के अधिकारी के खिलाफ आवश्यक कार्यवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी ने संबंधित विकासखंड अधिकारियों को क्षेत्र में लगातार सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ तेजी से अभियान चलाने व संबंधित कार्यवाही की वीडियो एवं फोटोग्राफ्स की गई कार्रवाई का डाटा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए साथ ही वेस्ट मैटियल डिस्पोजल हो रहा है या नही मुख्य विकास अधिकारी नंदन कुमार को मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए।
उन्होनें कहा पूरे जनपद में मानसून सीजन में जल-जनित बीमारियों से लेकर डेंगू-मलेरिया का खतरा बना रहता है। कहीं पर भी पानी भराव न हो, साफ सफाई तथा डेंगू, मलेरिया आदि बीमारियों से बचाव हेतु क्षेत्र में लगातार कीटनाशक का छिड़काव करने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। साथ ही समस्त घाटों की विशेष रूप से अभियान के तहत साफ-सफाई करने के भी निर्देश दिए।
इसके उपरांत जिलाधिकारी ने जनपद में संचालित विभिन्न विभागों द्वारा अमृत सरोवरों की भी समीक्षा बैठक ली। व संबंधित अधिकारियों को अधिक से अधिक प्लांटेशन करने ताकि जल स्रोत रिचार्ज हो सके व अमृत सरोवरों को विकसित किया जा सके।
उन्होंने कहा कि ऐसे स्थानो पर प्लांटेशन करना सुनिश्चित करें जहां पर पर्यटन की गतिविधियों की संभावना अधिक है। उन्होंने कहा कि अमृत सरोवरों मैं जो कार्य होने हैं उन्हें संबंधित विभाग प्राथमिकता के आधार पर यथाशीघ्र पूर्ण करना सुनिश्चित करें।
बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी आशुतोष सिंह, मुख्य विकास अधिकारी नंदन कुमार, जिला विकास अधिकारी राम गोस्वामी के अलाव संबंधित विभागो के अधिकारी उपस्थित रहे।
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