राम मंदिर की सुरक्षा अभेद्य होगी। इसके लिए खास कमांडों तैनात किए गए हैं। इनकी विशेष ट्रेनिंग मानेसर में दी गई है।
22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के मद्देनजर श्रीराम मंदिर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एनएसजी से प्रशिक्षित यूपीएसएसएफ की महिला और पुरुष कमांडो को तैनात कर दिया गया। पूरे परिसर को अभेद्य और अचूक सुरक्षा कवच के बीच कर दिया गया है।
उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल के लगभग 1450 जवान श्रीराम जन्मभूमि की सुरक्षा में तैनात हैं। अपर पुलिस महानिदेशक एलवी एंटनी देव कुमार स्वयं मॉनीटरिंग कर रहे हैं। यूपीएसएसएफ के जवान रामजन्म भूमि परिसर, गर्भगृह और पेट्रोलिंग ड्यूटी के साथ रेड जोन की सुरक्षा में लगाए गए हैं।
विभाग के जनसंपर्क अधिकारी विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि इन जवानों को हरियाणा के मानेसर में एनएसजी से प्रशिक्षण दिलाया गया और अत्याधुनिक हथियार से लैस किए गए। ये किसी भी संदिग्ध परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। बल में सिविल पुलिस और पीएसी के चुनिंदा जवानों की नियुक्ति की जाती है। इस बल में आने के बाद जवानों को तीन माह की स्पेशल ट्रेनिंग कराई जाती है। मंदिर की सुरक्षा में महिला और पुरुष कमांडो लगाए गए हैं।
एनडीआरएफ की टीमों ने संभाला मोर्चा
श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मदेद्नजर राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के जवानों ने मोर्चा संभाल लिया है। उप महानिरीक्षक 11 वाहिनी एनडीआरफ वाराणसी मनोज कुमार शर्मा के नेतृत्व में वाराणसी, लखनऊ और गोरखपुर से विशेष रूप से प्रशिक्षित एवं चिह्नित टीमों को तैनात किया गया है। शर्मा ने बताया कि तीन टीमों को अयोध्या में तैनात की गई है। इनमें एक टीम केमिकल बायोलॉजिकल रेडियोलॉजिकल और न्यूक्लियर आपदा के लिए है। दूसरी टीम स्ट्रक्चर सर्च एंड रेस्क्यू के लिए है। तीसरी टीम को सरयू नदी में विभिन्न घाटों पर रेस्क्यू मोटर बोट, गोताखोर, पैरामेडिकल, लाइफ जैकेट इत्यादि के साथ तैनात हैं।
सभी प्रमुख द्वारों पर सख्त हुआ सुरक्षा घेरा, दोनों पटरियों पर हुई बैरिकेडिंग
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर रामनगरी का सुरक्षा घेरा सख्त किया गया है। शनिवार की रात से ही जिले समेत अयोध्या धाम की सीमाएं सील कर दी गई हैं। यहां से बिना पास के किसी को भी प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। सुरक्षा एजेंसियों ने प्रधानमंत्री समेत अन्य अतिथियों के गुजरने वाले मार्ग पर बने मकानों का सत्यापन किया है। इनकी छतों पर भी कार्यक्रम के दौरान सशस्त्र जवान मुस्तैद रहेंगे।
अयोध्या धाम को जाने वाले मार्गों उदया चौराहा, साकेत पेट्रोल पंप, रानोपाली, टेढ़ी बाजार, मोहबरा, बूथ नंबर चार, बालूघाट, नयाघाट, रेलवे स्टेशन आदि पर सुरक्षा व्यवस्था चुस्त रहेगी। यहां सिविल पुलिस के अलावा अर्धसैनिक बलों के जवान भी तैनात किए गए हैं। किसी को भी यहां से वाहन लेकर अंदर प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी।
कार्यक्रम स्थल पर सिर्फ अतिथि, व्यवस्था से जुड़े लोग व सुरक्षाकर्मी ही रहेंगे। उदया चौराहा से लेकर लता मंगेशकर चौक तक दोनों पटरियों पर बैरिकेडिंग की गई है। दुकानों को बंद करने के निर्देश तो नहीं हैं, लेकिन दुकानों के सामने भी बैरिकेडिंग की गई है, जिससे आवागमन बाधित रहेगा। गलियों से प्रवेश करने के मार्ग भी बंद कर दिए गए हैं। प्रत्येक 100 मीटर की दूरी पर सशस्त्र जवान तैनात किए गए हैं। साकेत महाविद्यालय से लेकर सरयू तट तक सड़क के दोनों तरफ बने मकानों में रहने वालों का सत्यापन किया गया है। बिना प्रशासन के अनुमति के यहां किसी को भी पनाह न देने के निर्देश हैं। ड्रोन कैमरों व अन्य तकनीक से इन मकानों में ठहरने वालों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।
एसपीजी के कब्जे में कार्यक्रम स्थल की सुरक्षा
प्रधानमंत्री के आगमन से पूर्व एसपीजी का एक और दल अयोध्या पहुंच गया है। अधिकारियों के साथ बैठक करके उन्होंने कार्यक्रम स्थल की सुरक्षा व्यवस्था अपने कब्जे में ले ली है। पांच स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था में शामिल सभी सुरक्षा एजेंसियों के जवानों की ब्रीफिंग करके दिशा-निर्देश दिए गए हैं। वीआईपी के ठहरने वाले स्थानों व होटलों पर भी सुरक्षा घेरा सख्त किया गया है। यहां भी किसी के आने-जाने व ठहरने को लेकर एजेंसियां सतर्क हैं।
सहयोग करें अयोध्या के लोग
रविवार से रामनगरी में प्रवेश वर्जित होगा। आवश्यक सेवाएं संचालित रहेंगी। सुरक्षा के मजबूत इंतजाम किए गए हैं। अयोध्या के लोग मेजबान हैं, इसलिए व्यवस्था में सहयोग करें। शहर में प्रवेश के लिए डायवर्जन प्लान जारी किया जाएगा।
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