प्रधानमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश ने नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में नई ऊंचाई प्राप्त की- मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा व नेतृत्व में प्रदेश ने नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में नई ऊंचाई प्राप्त की है।  प्रदेश में विगत साढ़े 09 वर्षों में न केवल नए एयरपोट्र्स बने हैं, बल्कि चार इंटरनेशनल एयरपोटर््स के साथ उत्तर प्रदेश देश की एयर कनेक्टिविटी की दृष्टि से एक अहम राज्य हो गया है।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर अयोध्या से कोलकाता तथा बेंगलुरु  के बीच एयर इण्डिया एक्सप्रेस की सीधी हवाई सेवा के वर्चुअल माध्यम से शुभारम्भ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इसके पश्चात उन्होंने हरी झण्डी दिखाकर वायु सेवा का शुभारम्भ किया। उन्होंने अयोध्या से कोलकाता तथा बंेगलुरु के बीच हवाई सेवा के शुभारम्भ पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी ने 30 दिसंबर, 2023 को अयोध्या में महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट का लोकार्पण किया था। इस एयरपोर्ट के उद्घाटन के साथ ही दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद से एयर कनेक्टिविटी के उपरान्त, आज कोलकाता और बेंगलुरु के लिए एयर इण्डिया एक्सप्रेस की वायु सेवा प्रारम्भ होने जा रही है। यह वायु सेवा अयोध्या और कोलकाता के दिलों को जोड़ने तथा हनुमान जी के संदेश को कर्नाटक से अयोध्या धाम तक पहुंचाने का कार्य करेगी।
मुख्यमंत्र ने कहा कि अयोध्या नगरी भारत की सनातन आस्था का प्रतीक है। प्रभु श्रीराम पुरुषार्थ चतुष्ट्य- धर्म, अर्थ, काम तथा मोक्ष के प्रतीक हैं। प्रभु श्री रामलला 500 वर्षों की लंबी प्रतीक्षा के उपरान्त 22 जनवरी, 2024 को अपनी जन्मभूमि पर मूर्त रूप में स्वयं के भव्य मंदिर में विराजमान होंगे। सम्पूर्ण देश के श्रद्धालुओं ने अपनी आस्था को अयोध्या के प्रति व्यक्त किया है। इन सभी के मन में अयोध्या आगमन के प्रति उत्सुकता और आतुरता है। आज से 5-6 वर्ष पूर्व अयोध्या में फोरलेन सड़क कनेक्टिविटी, डबल रेलवे लाइन कनेक्टिविटी, इंटरनेशनल एयरपोर्ट निर्माण तथा पवित्र सरयू नदी में क्रूज सेवा प्रारम्भ होना मात्र कल्पना थी। आज यह सभी कार्य वास्तविकता के धरातल पर उतर चुके हैं। यह सभी सुविधाएं अयोध्यावासियों को उपलब्ध हो रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में जिन कार्यों को करने में सफलता प्राप्त हुई है तथा जो कुछ भी आज अयोध्या में प्राप्त हो रहा है, इसके पीछे प्रधानमंत्री का मार्गदर्शन व नेतृत्व, डबल इंजन सरकार द्वारा त्वरित गति से निर्धारित समयावधि में निर्णय लेने का सामथ्र्य तथा स्थानीय जनप्रतिनिधियों की सक्रियता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी समय में अयोध्या टूरिस्ट डेस्टिनेशन के लिए देश का सबसे प्रमुख शहर होने जा रहा है। अयोध्या में स्थानीय श्रद्धालुओं की बहुत बड़ी संख्या है। देश के उत्तर, दक्षिण, पूर्व तथा पश्चिम सहित प्रत्येक कोने में बसे श्रद्धालुओं में अयोध्या आगमन के लिए आतुरता है। इनका अयोध्या आवागमन सरल हो सके यह लोकप्रिय सरकार का दायित्व बनता है। इस दायित्व का निर्वहन करते हुए केंद्रीय नागर विमानन मंत्रालय जिस तेजी के साथ अयोध्या की एयर कनेक्टिविटी को आगे बढा़ने का कार्य कर रहा है, वह अत्यंत अभिनंदनीय तथा सराहनीय है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अयोध्या में प्रदेश सरकार 821 एकड़ भूमि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को उपलब्ध करा चुकी है। अभी 500 यात्री एक साथ इस विमान तल का उपयोग कर सकते हैं। पार्किंग की सुविधा के साथ यहां आठ विमान एक साथ लैंड कर सकते हैं। भविष्य की सम्भावनाओं को ध्यान में रखते हुए नागर विमानन मंत्रालय द्वारा बनाई गई कार्य योजना के अनुसार प्रदेश सरकार प्रत्येक कार्य में सकारात्मक सहयोग प्रदान करेगी।
केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य एम0 सिंधिया ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी  एवं मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश प्रत्येक क्षण विकास और प्रगति के नए आयाम प्राप्त कर रहा है। उत्तर प्रदेश देश की विकास और प्रगति को सुनिश्चित करने वाला प्रदेश है। जिस सुंदर अयोध्या नगरी का सपना प्रधानमंत्री ने देखा था उसका क्रियान्वयन मुख्यमंत्री  ने किया है। मुख्यमंत्री जी ने ‘जहां है राम का नाम, वहां होते हैं पूरे सारे काम’ की विचारधारा के साथ चैड़ी चैड़ी सड़कें, सुंदर साइन बोर्ड, लता मंगेशकर चैराहा के साथ-साथ सम्पूर्ण अयोध्या का कायाकल्प करने का कार्य किया है। 22 जनवरी, 2024 की तिथि देश और विश्व के सनातन धर्मावलम्बियों तथा श्रीराम भक्तों के लिए दीपावली पर्व के समान है। यह हम सभी के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण दिवस होगा। 22 जनवरी, 2024 की तिथि के लिए आतुर होकर आज सम्पूर्ण देश और विश्व प्रधानमंत्री जी और मुख्यमंत्री जी की पल-पल और पग पग दिनचर्या का अनुसरण कर रहा है। नागर विमानन मंत्री ने कहा कि उन्होंने स्वयं तथा मुख्यमंत्री जी ने डेढ़ महीने पहले अयोध्या में सम्पूर्ण विमानतल का सर्वेक्षण किया था। इसका उद्घाटन 30 दिसंबर, 2023 को प्रधानमंत्री जी के कर कमलों द्वारा किया गया। मुख्यमंत्री जी के विशेष आग्रह पर देश के विभिन्न राज्यों की कला व संस्कृति को प्रदर्शित करते हुए इस विमानतल को श्री रामजन्मभूमि मंदिर का आकार प्रदान किया गया। विमानतल का नामकरण भगवान श्रीराम के जीवन विवरण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि के नाम पर किया गया।
केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री ने कहा कि पांच अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे उत्तर प्रदेश में या तो स्थापित हो चुके हैं या होने जा रहे हैं। इनमें से अयोध्या धाम एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है। पहले फेज में साढ़े 06 हजार स्क्वायर मीटर की टर्मिनल बिलिं्डग मंदिर के आकार में बन चुकी है। अगले फेज में संयुक्त प्रयास के रूप में 05 लाख स्क्वायर फीट के विमानतल की शुरुआत आने वाले दिनों में की जाएगी। यह अतिश्योक्ति नहीं है कि अयोध्या में भविष्य में पूरे देश का सबसे प्रमुख विमानतल होगा।
इस अवसर पर चीफ कामर्शियल ऑफिसर एयर इंडिया एक्सप्रेस डाॅ0 अंकुर गर्ग ने जानकारी प्रदान करते हुए कहा कि एक उड़ान प्रातः अयोध्या से कोलकाता तथा दोपहर में एक उड़ान अयोध्या से बेंगलुरु के लिए संचालित होगी। कोलकाता एयरपोर्ट के माध्यम से बड़ोदरा तथा भुवनेश्वर के नागरिक भी अयोध्या आ सकेंगे, वहीं बेंगलुरु  एयरपोर्ट के माध्यम से सुदूर दक्षिण भारत के यात्री अयोध्या आ सकेंगे। 30 दिसम्बर, 2023 को प्रधानमंत्री  द्वारा शुभारम्भ की गई अयोध्या से दिल्ली हवाई सेवा को अब ग्वालियर तक बढ़ा दिया गया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री  केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री तथा फ्लाइट संख्या आई0एक्स 764 की अयोध्या से कोलकाता उड़ान के पहले यात्री को बोर्डिंग पास भी प्रदान किया गया। वर्चुअल माध्यम से हुए इस कार्यक्रम में केन्द्रीय नागर विमानन राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ0 वी0के0 सिंह, कृषि मंत्री एवं अयोध्या के प्रभारी  सूर्य प्रताप शाही, सांसद लल्लू सिंह, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अपर मुख्य सचिव नागरिक उड्डयन एस0पी0 गोयल, सूचना निदेशक  शिशिर सहित एयर इण्डिया एक्सप्रेस के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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