
जनपद में चल रहे सफाई अभियान कार्य का जिलाधिकारी स्वयं कर रहे निगरानी
राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी चलाया गया स्वच्छ अभियान
हरकी पौड़ी क्षेत्रांतर्गत वाल्मीकि मंदिर एवं नाई घाट पर लगाई गई अवैध दुकानों को जिला प्रशासन के द्वारा हटाया गया
मुख्यमंत्री के निर्देशन में धर्मनगरी हरिद्वार को स्वच्छ,क्लीन एवं मॉडल जनपद बनाने का है लक्ष्य
मुख्यमंत्री के निर्देशों के क्रम में धर्मनगरी हरिद्वार को स्वच्छ ,क्लीन एवं मॉडल जनपद बनाने के लिए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने विगत दिन सफाई व्यवस्था को लेकर संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर जनपद के सभी क्षेत्रों में एवं प्रवेश द्वारों में सभी अधिकारियों को स्वयं धरातल पर उतरते हुए,अपने अपने क्षेत्रों में बेहतर सफाई व्यवस्था किए जाने के लिए निगरानी करने के निर्देश दिए गए थे। जिलाधिकारी के निर्देशों के अनुपालन में आज तीसरे दिन भी जनपद से लेकर के ग्रामीण क्षेत्रों एवं राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी चलाया गया सफाई अभियान।

एनएचएआई रुड़की अतुल शर्मा ने अवगत कराया है कि आज राष्ट्रीय राजमार्ग पर सफाई अभियान चलाया गया जिसमें दुधाधारी फ्लाईओवर (ऋषिकेश साइड) तथा गुरुकुल नारसन,बहादराबाद बाईपास,कोर कॉलेज के समीप आदि क्षेत्रों में सड़क मार्ग की सफाई की गई। खंड विकास अधिकारी खानपुर राजेंद्र जोशी ने अवगत कराया कि आज पुरकाजी बॉर्डर से एकत्र किया कूड़ा सिंकदरपुर कॉम्पेक्टर में पहुंचाया गया इसके साथ ही उनके द्वारा ग्राम पंचायत सिकंदुपुर स्थापित कॉम्पेक्टर का भी निरीक्षण किया गया। खंड विकास अधिकारी लक्सर परवीन भट्ट ने अवगत कराया है कि रुड़की रोड ब्लॉक लक्सर क्षेत्रांतर्गत सफाई अभियान चलाया गया,जिसमें उनके द्वारा किए जा रहे सफाई कार्यों का निरीक्षण किया गया।

एसडीओ वन विभाग पूनम कैथोला ने अवगत कराया है कि एनएच 34 समीप श्यामपुर वन क्षेत्रांतर्गत वन विभाग द्वारा सफाई अभियान चलाया गया। अपर मेलाधिकारी दयानंद सरस्वती ने अवगत कराया है कि हर की पौड़ी क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए वाल्मीकि मंदिर एवं नाई घाट पर लगाई गई अवैध दुकानों को जिला प्रशासन की टीम द्वारा हटाया गया । जिलाधिकारी मयूर दीक्षित का जो उद्देश्य एवं देह है कि धर्मनगरी जनपद हरिद्वार को स्वच्छ एवं क्लीन बनाने का है उसका असर धरातल पर दिखने लगा है तथा शहर से लेकर ग्रामीणों क्षेत्रों तक साफ सफाई अभियान का कार्य निरंतर किया जा रहा है जिसकी निगरानी संबंधित क्षेत्र के अधिकारी स्वयं धरातल पर पहुंचकर कर रहे है।






